इत्तफ़ाक से, कालिया के मारे जाने की पृष्ठभूमि कमोबेश वैसी ही थी जैसी नाईक के मामले में थी। दाऊद और किसी समय उसका प्यादा रह चुके कालिया के बीच की कोई मुलाक़ात ठीक नहीं रही थी, जिससे दाऊद नाखुश था। कालिया ने उससे कहा कि वह उसे‘ छोड़कर जा रहा है। दाऊद ने ख़ामोश रहकर कालिया को दुबई से चले जाने दिया। लेकिन माना जाता था कि इस मामले में भी उसके पहुँचने की सूचना पुलिस को चुपचाप दे दी गई थी ।