Shashi Pratap

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संपत्ति और सहृदयता में वैर है। हम भी दान देते हैं, धर्म करते हैं, लेकिन जानते हो, क्यों? केवल अपने बराबरवालों को नीचा दिखाने के लिए।
गोदान
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