Rajvansh
“अमर प्रेम ‘मेरा टॉवल-गाऊन कहां है?’ ‘मैंने बाथरूम में लटका दिया है।’ ‘मेरा सूट भी नहीं निकाला ?’ ‘बेड पर रखा है...कम्बल के ऊपर..।’ ‘जूते”
― Amar Prem (Novel)
― Amar Prem (Novel)
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