यह किसी अत्यधिक काबिल टीचर द्वारा पूछा गया सवाल नहीं है और न ही किसी प्राइवेट स्कूल की प्रोजेक्ट का हिस्सा है। ये और बात है कि इस तरह के ऊलजलूल टॉपिक अक्सर प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को प्रोजेक्ट के तौर पर मिलते हैं। हो सकता है कि यह सवाल इसके पहले भी किसी के मन में आया हो लेकिन उसने उसे वहीं पर खारिज कर दिया हो। यह सवाल मेरे दिमाग की भी मूल उपज नहीं है। आजकल सैंकड़ो टीवी चैनल हो गए हैं और
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