उड़नेवाले सफेद बादल से दौड़ने में होड़ लगाना, तितली के साथ खेलने का प्रयत्न करना, तारों में पहुंचने की कल्पना करना – यह सब का सब एक मधुर स्वप्न की आह भरी धुंधली स्मृति के रूप में बदल चुका है. मैं जीवन देख रहा हूं और मुझे कुरूपता के साथ खेलना पड़ता है, कभी लड़कपन की याद भी आ जाती है, वे विगत स्वप्न पलभर के लिए वास्तविकता बनकर लौट पड़ते हैं. चाहता हूं कि वे सपने मिटें ना पर इतना चाहते ही सपने उड़ जाते हैं।
— Jul 26, 2021 10:05AM
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