ताजिंदगी सातवाहनों ने बौद्ध विहार, चैत्यों और बौद्ध गुफाओं का निर्माण कराया। ऐसे कि बौद्ध वास्तुकला को छोड़कर उनकी कोई भी इमारत दूसरी नहीं है। इसलिए सातवाहन निश्चय ही बुद्ध के विचारों के वाहक थे। आश्चर्य नहीं कि सातवाहनों ने चैत्य प्रकार के सिक्के दक्षिण में ज़ारी किए।

