Sanchit Kalra

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उन शहरों की कोई कहानी हमें सुनाओं उनसे कहूँगा नन्हे लम्हो! एक थी रानी … सुन के कहानी सारे नन्हे लम्हे ग़मगीं1 होकर मुझसे ये पूछेंगे तुम क्यों उनके शहर न आयीं लेकिन उनको बहला लूँगा उनसे कहूँगा ये मत पूछो आँखें मूँदो और ये सोचो तुम होतीं तो कैसा होता
Tarkash (Hindi)
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