Karan Kumar

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रेन कोट में गर्मा गरम काफ़ी की सांसें उठ उठ कर चश्मा धुंधला कर जाती थीं भाप के फ़िल्टर में तुम ‘वाटर पेनटिंग’ जैसी लगती थीं!
रात पश्मीने की
by Gulzar
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