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जिसको समझे हो तुम मजाक वो दर्द कभी बन जाएगा फिर दर्द की आदत पड़ जाएगी अर्ज ना कुछ कर पाओगे... गर तब्दीली की गुंजाइश ने साथ दिया तो ठीक सही पर उसने भी गर छोड़ दिया तो यार बड़े पछताओगे..
ये कभी कभार का काम अटूटा फ़र्ज़ कभी बन जाएगा फिर फ़र्ज़ की आदत पड़ जाएगी अर्ज़ ना कुछ कर पाओगे... गर तब्दीली की गुंजाइश ने साथ दिया तो ठीक सही पर उसने भी गर छोड़ दिया तो यार बड़े पछताओगे...

