सबकी अनैतिक बढ़त

अंतरराषटरीय साइकिल रेस के लिए चुना गया नेचुरल कोरस शिव के लिए नया नहीं था। आखिर यही वह रासता था जहाँ वो वरषो से परतिदिन अभयास करता था। उसके मितरों और जानने वालो को पूरा विशवास था कि यह रेस जीतकर शिव अंतरराषटरीय सितारा बन जाएगा। कॉलेज में कुछ हफते पहले ही उसको यह दरजा मिल गया था। शिव के कोच राजीव मेहरा मानकर बैठे थे कि अगर उस दिन कुछ ऊँच नीच हुयी, तब भी शिव शुरुआती कुछ रेसरस में आकर बड़ी इनामी राशि अरजित कर लेगा। सथानीय कंपनियों में यह बात फैली तो उससे कुछ सपोंसरस जुड़ गये। 
रेस का...
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Published on October 10, 2015 12:57
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